Tuesday, November 13, 2012

क्या धर्म यही सिखाता है ?

दीपावली को सुखमय बनाने और कुछ पाने की चाह में आम आदमी अमावश्या के अवसर पर चित्रकूट में जाने और दर्शन की होड़ लगाते है। तब जान तक की कोई परवाह भी नहीं करता है। जैसा की घाटमपुर स्टेशन में ली गति एक फोटो बयान कर रही है। ये शासन और प्रशासन भी मूक हो गया लोग अपनी जान को जोखिम में डाल कर चित्रकूय का सफ़र भी कर आये। किसी ने कुछ नहीं भी कहा। भला धर्म कहा ये कहता है आप अपनी जान को जोखिम में डाले और दूसरो की भी यात्रा को दुखमय बनाए।

देखे जागरण कानपुर (घाटमपुर) में प्रकाशित व महेश जी के द्वारा ली गयी एक फोटो .......


अब तो कुछ आप भी कहे और सीख दे सभी को।

   




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